Shramik Pension News – सरकार ने देशभर के श्रमिकों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा की है। अब करोड़ों असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को पेंशन और बीमा का लाभ एक साथ मिलेगा। यह योजना उन श्रमिकों के लिए वरदान साबित होगी जो निर्माण कार्य, खेत मजदूरी, फैक्ट्रियों या छोटे कामों में लगे हैं। सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी श्रमिक वृद्धावस्था में आर्थिक तंगी का शिकार न हो। इसके तहत श्रमिकों को हर महीने एक निश्चित राशि पेंशन के रूप में मिलेगी, साथ ही दुर्घटना या मृत्यु की स्थिति में परिवार को बीमा सहायता भी दी जाएगी। यह कदम सामाजिक सुरक्षा की दिशा में ऐतिहासिक माना जा रहा है।

श्रमिक पेंशन योजना से मिलने वाले मुख्य लाभ
सरकार की नई श्रमिक पेंशन योजना के अंतर्गत हर पंजीकृत श्रमिक को 60 वर्ष की आयु के बाद आजीवन पेंशन दी जाएगी। इसके अलावा, यदि कोई श्रमिक काम करते समय दुर्घटना का शिकार होता है तो उसे और उसके परिवार को बीमा का लाभ भी प्राप्त होगा। योजना के तहत केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों मिलकर प्रीमियम राशि का योगदान करेंगी। मजदूरों के लिए यह योजना न केवल उनके बुढ़ापे को सुरक्षित बनाएगी बल्कि परिवार की आर्थिक स्थिरता भी सुनिश्चित करेगी। अब श्रमिकों को बैंक खाते में प्रत्यक्ष रूप से पेंशन की राशि ट्रांसफर की जाएगी ताकि किसी बिचौलिए की भूमिका समाप्त हो सके।
कैसे मिलेगा पेंशन और बीमा का लाभ
पेंशन और बीमा का लाभ पाने के लिए श्रमिकों को श्रम मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट या निकटतम जन सेवा केंद्र (CSC) पर पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के दौरान आधार कार्ड, बैंक पासबुक और रोजगार से संबंधित दस्तावेज आवश्यक होंगे। एक बार पंजीकरण हो जाने पर लाभार्थी का डेटा सरकारी पोर्टल पर सुरक्षित रहेगा और उसके आधार पर मासिक पेंशन व बीमा का भुगतान स्वचालित रूप से होगा। यह प्रणाली पारदर्शी और तकनीकी रूप से उन्नत होगी ताकि हर पात्र व्यक्ति को उसका हक समय पर मिल सके। सरकार ने यह भी कहा है कि अक्टूबर 2025 से योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।

कौन-कौन पात्र होंगे इस योजना के लिए
इस योजना का लाभ मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को मिलेगा, जिनमें दैनिक मजदूर, निर्माण कार्यकर्ता, घरेलू कामगार, रिक्शा चालक, और खेतिहर मजदूर शामिल हैं। पंजीकरण के लिए श्रमिक की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए और उसके पास वैध आधार नंबर और बैंक खाता होना आवश्यक है। सरकार का अनुमान है कि लगभग 45 करोड़ श्रमिक इस योजना से लाभान्वित होंगे। महिला श्रमिकों के लिए विशेष प्रावधान रखे गए हैं जिससे उन्हें अतिरिक्त बीमा कवर मिल सके। यह योजना समाज के आर्थिक रूप से कमजोर तबके को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सरकार का लक्ष्य और भविष्य की योजनाएं
सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले दो वर्षों में देश के हर पात्र श्रमिक को इस पेंशन और बीमा योजना के दायरे में लाया जाए। इस योजना के माध्यम से सरकार श्रमिकों को औपचारिक सामाजिक सुरक्षा प्रणाली से जोड़ने की दिशा में बड़ा परिवर्तन ला रही है। भविष्य में इस योजना को डिजिटल रोजगार कार्ड और ई-श्रम पोर्टल से जोड़ा जाएगा, जिससे श्रमिकों के लिए सभी सुविधाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल भारत में श्रमिक वर्ग की जीवन गुणवत्ता को सुधारने में मील का पत्थर साबित होगी और रोजगार के साथ सुरक्षा का नया युग शुरू करेगी।