Petrol Diesel Rate – देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज से बड़ी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे आम जनता को लंबे समय बाद बड़ी राहत मिली है। तेल कंपनियों ने नए रेट जारी कर दिए हैं जो 16 अक्टूबर 2025 से प्रभावी हो गए हैं। पिछले कई महीनों से लगातार स्थिर बनी कीमतों में अब ₹2 से ₹3 प्रति लीटर तक की गिरावट आई है। डीजल के दाम भी ₹1.50 से ₹2.50 प्रति लीटर तक घटाए गए हैं। सरकार ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और स्थिर मुद्रा विनिमय दर के कारण यह निर्णय लिया गया है। इससे किसानों, ट्रक चालकों और रोज़ाना यात्रा करने वाले लोगों को प्रत्यक्ष राहत मिलेगी। त्योहारों से पहले यह फैसला जनता के लिए बड़ी खुशखबरी साबित हुआ है क्योंकि इससे महंगाई में भी थोड़ी कमी आने की उम्मीद है।

भारत में पेट्रोल-डीजल के नए रेट से मिली राहत
नए पेट्रोल-डीजल रेट के बाद देशभर में राहत का माहौल है। राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का भाव अब ₹97.60 और डीजल का ₹90.30 प्रति लीटर पहुंच गया है। मुंबई में पेट्रोल ₹104.20 जबकि डीजल ₹93.10 प्रति लीटर मिल रहा है। चेन्नई और कोलकाता जैसे शहरों में भी ₹2 से ₹3 प्रति लीटर तक की गिरावट आई है। तेल कंपनियों ने कहा है कि यह कदम उपभोक्ताओं को राहत देने और वैश्विक बाजार में कम कीमतों का लाभ पहुंचाने के लिए उठाया गया है। केंद्र सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगले कुछ हफ्तों तक कीमतों में स्थिरता बनी रह सकती है, ताकि लोग त्योहारों के दौरान बिना किसी चिंता के यात्रा और खरीदारी कर सकें।
आपके शहर में पेट्रोल-डीजल के ताज़ा रेट कैसे जानें?
अब आप अपने शहर में पेट्रोल-डीजल के आज के रेट घर बैठे आसानी से जान सकते हैं। इंडियन ऑयल, एचपीसीएल और बीपीसीएल जैसी प्रमुख तेल कंपनियों ने इसके लिए मोबाइल ऐप और वेबसाइट की सुविधा दी है। उदाहरण के तौर पर, लखनऊ में पेट्रोल ₹98.40 प्रति लीटर और डीजल ₹91.60 प्रति लीटर है, जबकि भोपाल में पेट्रोल ₹99.10 और डीजल ₹92.50 प्रति लीटर है। अलग-अलग राज्यों में वैट टैक्स और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट के कारण कीमतों में थोड़ा अंतर रहता है। उपभोक्ता SMS के ज़रिए भी अपने क्षेत्र के ताज़ा रेट पता कर सकते हैं, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है और लोगों को वास्तविक जानकारी मिलती रहती है।
कीमतों में गिरावट के पीछे का कारण
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट का सबसे बड़ा कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई भारी कमी है। पिछले कुछ हफ्तों में क्रूड ऑयल के दाम 10 डॉलर प्रति बैरल तक गिरे हैं। इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपए की स्थिति में सुधार ने भी इस राहत में अहम भूमिका निभाई है। पेट्रोलियम कंपनियों ने यह भी कहा है कि अब आयात लागत घटने से भविष्य में और कमी की संभावना है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह फैसला देश की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट घटने से जरूरी वस्तुओं के दाम भी स्थिर रहेंगे।
आगे क्या होगा पेट्रोल-डीजल के रेट का रुझान?
आर्थिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बनी रहती हैं, तो आने वाले महीनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और गिरावट हो सकती है। हालांकि, यह स्थिति वैश्विक राजनीतिक तनाव, ओपेक देशों की उत्पादन नीति और डॉलर के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करेगी। फिलहाल सरकार ने संकेत दिए हैं कि अगर बाजार स्थिर रहता है, तो त्योहारों के मौसम तक कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। इससे न केवल आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि देश में महंगाई दर को नियंत्रित रखने में भी मदद मिलेगी।
