Aadhar Card Update – आधार कार्ड अपडेट को लेकर सरकार ने हाल ही में बड़ा कदम उठाया है, जिससे करीब 134 करोड़ भारतीय नागरिक प्रभावित होंगे। सरकार ने नया नियम जारी करते हुए कहा है कि जिन लोगों ने पिछले दस वर्षों में अपने आधार कार्ड में कोई बदलाव नहीं किया है, उन्हें अब अपनी जानकारी को दोबारा अपडेट करवाना अनिवार्य है। इसका उद्देश्य देश में पहचान की सटीकता बनाए रखना और सरकारी योजनाओं में फर्जीवाड़े को रोकना है। कई लोगों के पते, मोबाइल नंबर और अन्य जानकारी समय के साथ बदल जाती है, जिसके कारण बैंकिंग, पेंशन, सब्सिडी और सरकारी सेवाओं में दिक्कतें आती हैं। इसलिए UIDAI ने यह नियम लागू किया है ताकि नागरिकों की जानकारी अद्यतन रहे।

नए नियम से नागरिकों पर क्या असर पड़ेगा
UIDAI के नए नियम के अनुसार, प्रत्येक आधार कार्ड धारक को हर दस साल में अपनी पहचान और पते से जुड़ी जानकारी को पुनः सत्यापित करवाना होगा। इसका मतलब है कि अगर आपने 2015 या उससे पहले आधार कार्ड बनवाया था और अब तक कोई अपडेट नहीं कराया है, तो यह आपके लिए जरूरी है। जिन नागरिकों ने हाल ही में अपडेट किया है, उन्हें कोई अतिरिक्त प्रक्रिया नहीं करनी होगी। सरकार का कहना है कि इस कदम से नागरिकों के डेटा की विश्वसनीयता बनी रहेगी और फर्जी दस्तावेजों के कारण होने वाले अपराधों पर रोक लगेगी। यह कदम डिजिटल इंडिया मिशन को और मजबूत बनाएगा, जिससे डिजिटल सेवाओं में नागरिकों की पहचान और भी सुरक्षित होगी।
अपडेट न कराने पर हो सकती हैं ये समस्याएं
अगर किसी व्यक्ति ने समय पर अपने आधार कार्ड की जानकारी को अपडेट नहीं कराया, तो उसे कई सरकारी योजनाओं और सुविधाओं में बाधा का सामना करना पड़ सकता है। उदाहरण के तौर पर बैंक खाते से सब्सिडी न आना, राशन कार्ड से जुड़ी समस्या या मोबाइल नंबर पर OTP न मिलना जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। कई सरकारी योजनाएं अब आधार सत्यापन पर निर्भर हैं, इसलिए गलत या पुरानी जानकारी से आवेदन खारिज हो सकता है। UIDAI ने नागरिकों को चेतावनी दी है कि समय पर अपडेट न कराने पर कुछ सेवाएं अस्थायी रूप से रोकी जा सकती हैं। इसलिए हर व्यक्ति को अपने दस्तावेजों की जांच कर लेनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर तुरंत अपडेट करवाना चाहिए।
ऑनलाइन माध्यम से कैसे करें अपडेट
UIDAI ने ऑनलाइन प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है। नागरिक myAadhaar पोर्टल या mAadhaar ऐप के माध्यम से अपने पते, मोबाइल नंबर, जन्मतिथि या ईमेल को अपडेट कर सकते हैं। पोर्टल पर लॉगिन करने के बाद “Update Document” सेक्शन में जाकर पहचान और पते से जुड़े प्रमाण अपलोड करने होते हैं। इसके बाद OTP के जरिए सत्यापन किया जाता है। पूरी प्रक्रिया आमतौर पर कुछ ही दिनों में पूरी हो जाती है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि किसी तीसरे व्यक्ति या साइबर कैफे को अपनी निजी जानकारी या OTP साझा न करें, क्योंकि यह प्रक्रिया पूरी तरह व्यक्तिगत और सुरक्षित है।
ऑफलाइन केंद्रों पर भी उपलब्ध सुविधा
जो नागरिक ऑनलाइन सुविधा का उपयोग नहीं कर पाते, उनके लिए UIDAI ने देशभर में हजारों आधार सेवा केंद्र खोले हैं। यहां व्यक्ति अपने दस्तावेजों की मूल प्रतियां लेकर जाकर आसानी से अपडेट कर सकता है। केंद्रों पर कर्मचारी मदद करते हैं और प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होती है। नाम, जन्मतिथि या बायोमेट्रिक अपडेट के लिए यहां ₹50 से ₹100 तक का मामूली शुल्क लिया जाता है। अपडेट के बाद नागरिक को एक रसीद दी जाती है जिससे वह अपने अनुरोध की स्थिति ट्रैक कर सकता है।
