Sahara India Refund – सहारा इंडिया निवेशकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। लंबे समय से अटके हुए रिफंड की प्रक्रिया अब कुछ जिलों में शुरू हो चुकी है, जिससे लाखों निवेशकों में उम्मीद की किरण जगी है। खासतौर पर जिन लोगों ने सहारा ग्रुप की विभिन्न स्कीमों में पैसे लगाए थे, उनके लिए यह राहत की खबर है। मौजूदा अपडेट के अनुसार, सरकार द्वारा 15 जिलों में निवेशकों को पैसे लौटाने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इन जिलों में रिफंड प्रक्रिया की निगरानी सहारा इंडिया रिफंड पोर्टल के माध्यम से की जा रही है।

15 जिलों में शुरू हुई सहारा रिफंड प्रक्रिया, जानिए किन्हें मिलेगा पैसा
सहारा इंडिया के हजारों निवेशकों को लंबे समय बाद अपने पैसे वापस मिलने की उम्मीद जगी है क्योंकि सरकार ने पहली लिस्ट जारी कर दी है जिसमें 15 जिलों के पात्र निवेशकों को प्राथमिकता दी जा रही है। इन जिलों को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चुना गया है ताकि प्रक्रिया को सुचारु रूप से परखा जा सके। जिन जिलों में यह प्रक्रिया शुरू हुई है, उनमें लखनऊ, पटना, वाराणसी, कानपुर, प्रयागराज जैसे बड़े शहर भी शामिल हैं। अगर आप इन जिलों में रहते हैं और आपने CRCS पोर्टल पर आवेदन किया है तो जल्द ही आपके खाते में पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है। लाभार्थियों को यह सलाह दी जा रही है कि वे अपना आधार नंबर और मोबाइल OTP के माध्यम से पोर्टल पर लॉग इन करके अपना स्टेटस जरूर चेक करें। यह पहली बार है जब सरकार द्वारा सहारा निवेशकों को सीधे रिफंड देने की शुरुआत हुई है।
कैसे चेक करें सहारा इंडिया रिफंड में अपना नाम और स्टेटस
अगर आपने सहारा इंडिया की किसी स्कीम में निवेश किया था और CRCS-Sahara Refund Portal पर आवेदन कर चुके हैं, तो आप बड़ी आसानी से अपना रिफंड स्टेटस देख सकते हैं। सबसे पहले आपको [https://mocrefund.crcs.gov.in](https://mocrefund.crcs.gov.in) वेबसाइट पर जाना होगा, जहां आपको अपना आधार नंबर और उसके साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालना है। मोबाइल पर आए OTP को डालते ही आप लॉग इन कर सकते हैं। लॉग इन के बाद ‘Refund Application Status’ सेक्शन में जाकर आप देख सकते हैं कि आपकी रिक्वेस्ट किस स्टेज पर है – प्रोसेसिंग में है, अप्रूव हुई है या पेमेंट जनरेट हुआ है।

किन्हें पहले मिलेगा पैसा और किन्हें करना होगा इंतजार
सरकार ने स्पष्ट किया है कि सभी निवेशकों को एक साथ पैसा नहीं मिलेगा, बल्कि यह भुगतान चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। पहले चरण में उन्हीं निवेशकों को रिफंड मिलेगा जिन्होंने सबसे पहले आवेदन किया है और जिनके डॉक्युमेंट्स पूरी तरह से सत्यापित हैं। इसके अलावा जिन लोगों ने ₹10,000 तक की राशि का क्लेम किया है, उन्हें प्राथमिकता दी जा रही है। यह भी कहा गया है कि जिन जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरुआत हुई है, वहीं के निवेशकों को पहले भुगतान मिलेगा।
सहारा इंडिया रिफंड में देरी की वजह और समाधान
सहारा इंडिया रिफंड प्रक्रिया में देरी का सबसे बड़ा कारण रहा है निवेशकों के दस्तावेजों की पुष्टि और फर्जी क्लेम की संख्या। सरकार ने पारदर्शिता बनाए रखने के लिए दस्तावेजों की गहन जांच प्रक्रिया अपनाई है, जिससे प्रक्रिया थोड़ी धीमी हो गई। लेकिन अब एक मजबूत डिजिटल वेरिफिकेशन सिस्टम लागू किया गया है, जिसके चलते रिफंड प्रक्रिया में तेजी आई है। इसके अलावा CRCS पोर्टल को और बेहतर बनाया गया है जिससे निवेशक आसानी से अपना स्टेटस देख सकें और अगर कोई गलती हो तो तुरंत सुधार कर सकें।